Banking New Rules 2025 : आरबीआई ने आने वाले जून महीने में लोन से जुड़ी नियमों में हम बदलाव होने जा रहा है। यह भूमिका खासकर होम लोन, गाड़ी, पर्सनल और बिजनेस लोन जैसे पर लागू होंगे। भारतीय रिजर्व बैंक और भारत सरकार की ओर से इन बदलाव को लेकर कई तरह के शानदार गाइडलाइंस जारी किए गए हैं। जिससे लोन लेने वालों के लिए किस्मत चमक सकती है। इन नए नियम का मुख्य उद्देश्य लोन लेने की प्रक्रिया को और भी ज्यादा सरल और सुरक्षित प्रदर्शित बनाना है।
1. लोन चुकौती से पहले मृत्यु होने पर क्या हुआ?
यदि किसी लोन चुकाने से पहले ही किसी भी कारण मृत्यु हो जाती है तो उसके परिवार या उत्तराधिकारियों को बैंक द्वारा वसूली का सामना नहीं करना पड़ेगा। भारतीय रिजर्व बैंक ने यह सुनिश्चित कर दिया है कि अब लोन के बकाए का भुगतान बीमा पॉलिसी के अंतर्गत किया जाएगा। इसका सीधा मतलब यह होता है कि अब लोन लेने वाले व्यक्ति के निधन के बाद परिवार को लोन की राशि चुकाने की किसी भी तरह की दबाव नहीं होगा।
2. अतिरिक्त राशि के लोन बंद करने की सुविधा?
नए नियमों के अनुसार आरबीआई की ओर से एक घोषणा की गई है कि लोन लेने वाले धार को कॉल चुकाने के दौरान किसी भी तरह की अतिरिक्त शुल्क नहीं चुकाने होंगे। इसका मतलब यह है कि यदि आप लोन का भुगतान जल्दी किया तो आपको किसी भी प्रकार की प्री पेमेंट राशि नहीं देना होगा।
3. आरबीआई भी छोटे-छोटे लोन के लिए सख्त
छोटी-छोटी लोन पर भी आरबीआई अधिक शक्ति बढ़ातेगी, अब छोटे-छोटे लोन लेने के लिए उत्तराधिकारी की क्रेडिट हिस्ट्री और छोटा लोन की ईएमआई चुकाने की क्षमता की अच्छी तरह से जांच की जाएगी। इससे किसी भी तरह की त्रुटि होने पर जल्द सुधार की जाएगी जिससे डिफॉल्ट लोन के मामला में कमी आएगी।
4. कागजात के लोन की स्वीकृति
कुछ गिने चुने बैंकों ने नॉन कोलैटरल लोन की प्रक्रिया को बहुत ही सरल बनाने का निर्णय लिया है। और ऐसे में लोन लेने वालों ग्राहक ऑन को अब पहले की तुलना में काम कागजात की जरूरत होगी। पर्सनल लोन और बिजनेस के लिए अब पूरी तरह प्रक्रिया को ऑनलाइन होगी। इससे ग्राहकों को धनराशि और समय दोनों की पूरी तरह बचत होगी।
5. ब्याज दरों की समीक्षा
RBI के द्वारा लागू किए गए नए नियमों का बैंकों की ब्याज दर की समीक्षा का पालन करना पड़ेगा। इसका मतलब यह होता है कि लोन की ब्याज दर पहले से कहीं अधिक पारदर्शिता और नया संगत होगी। ग्राहकों को अपने रोजमर्जा आई के आधार पर भी सस्ती ब्याज दरें मिल सकेगी।
6. लोन चुकौती के बड़ी खतरा
यदि कोई भी ग्राहक लोन चुके समय दिवालिया हो जाता है तो उसे एक नई दिवालिया प्रबंधक भीम का पालन करना होगा। इसे व्यक्तिगत दिवालियापन की स्थिति में भी बैंक लोन के पूर्ण भुगतान का एक नया संगत तारिक निर्धारित किया जाएगा।
7. नियंत्रण लोन की वापसी
बैंकों को लोन की स्वीकृत राशि और किस्तों की समय सीमा पर अधिक ध्यान देना पड़ेगा। नए नियमों के अनुसार बैंकों को अव्यय सुनिश्चित करना होगा कि किसी भी उधारकर्ता को अधिक लोन नहीं दिया जाए। जिस ग्राहक वापस क्षमता से अधिक हो किसी भी ग्राहकों को उतना ही लोन दिया जाए जितना हुआ सक्षम हो।
8. लचीली EMI विकल्प
होम लोन और गाड़ी जैसे लोन लेने के लिए बैंक को अधिक लचीली EMI विकल्प प्रदान करने होंगे। उधारकर्ता अपने आर्थिक स्थिति और भविष्य की इनकम के अनुसार अपनी EMI को काम्या ज्यादा कर सकते हैं। यह सुविधा विशेष रूप से पर्सनल लोन के लिए लागू होगी जहां लोन अपने चक्रवती को अपने सुविधा के अनुसार कस्टमाइज्ड कर सकेगा।
9. डिजिटल लोन का प्रचार
RBI और बैंक ऑफ़ डिजिटल लोन प्लेटफार्म को प्रसारित करेंगे। जिससे लोन ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे इस प्रक्रिया को तेज और पूरी तरह सरल बनाने के लिए फिटनेस कंपनी सक्रिय रूप से कम कर रही है। जिसे ग्राहकों को घर बैठे सभी काम को करना सरल और पारदर्शिता हो जाएगा।
10. सरकारी लोन योजनाओं पर ध्यान केंद्रित
सरकार के द्वारा चलाई जाने वाले विभिन्न प्रकार की योजनाओं पर विशेष ध्यान देने की बात की गई है। बैंकों को यह सुनिश्चित करना होगा कि सरकारी लोन योजनाओं का समय पर वितरण हो। इस योजना के अंतर्गत मिलने वाली सब्सिडी का इस्तेमाल पूरी तरीके से उपयोग होगा।
निष्कर्ष
आरबीआई के द्वारा लागू होने वाले नए नियमों का मुख्य उद्देश्य भारतीय बैंकिंग प्रणाली को और भी ज्यादा अधिक प्रोत्साहित और ग्राहकों के अनुकूल बनाना है। यह बदलाव लॉन्च चुकाने की प्रक्रिया को और भी ज्यादा सरल और पारदर्शिता बनाते हैं।