जैसा कि हम सभी जानते हैं की वोडाफोन और आइडिया मर्जर को लेकर लोगों को किया मानना था कि जियो और वोडाफोन आइडिया के बीच में डील करवाई गई थी हालांकि देखा जाए तो वोडाफोन के सीईओ की ओर से यह बड़ी जानकारी दिया गया है कि वोडाफोन के सीईओ के द्वारा बताया गया कि रिलायंस जिओ वोडाफोन आइडिया डिटेल में रिजल्ट या फिर मर्जर में इनका कोई भी योगदान नहीं है और इसमें बताया गया कि यहां भारत का एक कॉम्पिटेटिव मार्केट और यहां जिओ अभी तक कोई ज्यादा साथ नहीं है और ऐसे में मार्केट कैप्चर कर लिया है आई वोडाफोन आइडिया के साथ आने से अब रिलायंस जिओ की घड़ी टक्कर मिलने वाली है आईए जानते हैं वोडाफोन आइडिया मर्जर से जुड़ी सभी जानकारी।
Idea Vodafone Merger
वोडाफोन आइडिया मर्जर के बाद कंपनी का शुद्ध कर्ज की बात करें तो 30 जून 2018 को 1,09,200 करोड़ रूपया था और इसके बाद विलय के साथी 2 लाख मोबाइल साइट और 2.5 लाख किलोमीटर फाइबर के साथी 1850 मेगाहर्ट्ज का व्यापक पोर्टफोलियो शामिल होगा और फिर ग्राहकों को बातचीत और ब्रांड बैंड के मामले पहले से बेहतर सुविधा अब मिल पाएगी और यह देश की 92% आबादी को कर करेगी और इसके अलावा इतने शहर 5,00,000 तथा गांव में होगी।
आइडिया वोडाफोन से जुड़ी खबर?
आप सभी को बता दे की आईडिया सेलुलर और वोडाफोन इंडिया का विलय पूरा हो गया है क्योंकि इसको लेकर कई खबरें चल रही थी और अब विलय होने के बाद देश की सबसे बड़ी दूर संचार कंपनी अस्तित्व में आई है जहां ग्राहकों की संख्या 40.8 करोड़ है तो यहां दोनों कंपनियों ने आज कहा है कि माना जाए तो न्यूज़ एजेंसी भाषा के अनुसार दोनों कंपनियां एक संयुक्त बयान में कहा है कि विलय के बाद वोडाफोन आइडिया लिमिटेड के लिए नए निदेशक मंडल को बनाया गया है क्योंकि यहां 12 निदेशक छात्र निदेशक शामिल हैं जहां की कुमार मंगलम बिड़ला और फिर बिरला अध्यक्ष होंगे निदेशक मंडल बलेश शर्मा को सीईओ मुख्य कार्यपालक अधिकारी नियुक्त किया गया है यहां कंपनी के पास आए के हिसाब से 32.02% का बाजार हिस्सेदारी होगी इसके अलावा दूरसंचार सर्कल की बात करें तो पहले पायदान पर ही दोनों ब्रांड वोडाफोन और आइडिया ब्रांड बने रहेंगे।
वोडाफोन आइडिया मर्जर को लेकर क्या घोषणा हुआ है ?
वोडाफोन आइडिया मर्जर को लेकर या घोषणा हुआ है कि सबसे पहले ब्रांड बैंड नेटवर्क 3.4 लाख साइट जबकि नेटवर्क 17 लाख होगा बयान के मुताबिक विलय से सालाना 14000 करोड रुपए का आई सृजित होने का अनुमान है इसके बाद को वाले शर्मा के द्वारा कहा गया कि हम अपने खुदरा और कंपनी ग्राहक दोनों को बेहतर सेवा देने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है क्योंकि हम भारतीय डिजिटल और संपर्क जरूर का नए उत्पादों सेवाओं और समाधान के जरिए ही पूरा करेंगे आगे कहा गया कि औपचारिकताओं के बाद ही कंपनी का नाम वोडाफोन आइडिया लिमिटेड होगा और किया जाएगा इसके बाद आइडिया सेल्यूलर का चुकता शेयर पूंजी बढ़कर 8,735.13 करोड रुपए होगी।
इसके अलावा हंसमुख कंपनियां आइडिया सेल्युलर के प्रबंध निदेशक पद से दिसंबर 2018 से हटाए गए हैं हालांकि अब वह नई कंपनी में गैर कार्यकारी निदेशक होंगे इसके अलावा आदित्य बिड़ला समूह और वोडाफोन आइडिया लिमिटेड के अध्यक्ष कुमार मंगलम बिड़ला के द्वारा कहा गया कि आज हमने देश का सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी का सृजित किया है और यह वास्तव में ऐतिहासिक स्थान है आगे कहा गया कि वोडाफोन आइडिया के रूप में हम अंतरराष्ट्रीय साख पैमान और माफ दंड वाली कंपनी के लिए भागीदारी बने रहेंगे ।।
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